मौत का खेल जारी रखेगा इस्लामिक स्टेट.. अब ये है उसका नया सरगना



दोस्तों फिर से एक बार स्वागत है आपका भारत आईडिया में तो दोस्तों आज हम जिस विषय पर बात करने वाले हैं वह विषय है,  मौत का खेल जारी रखेगा इस्लामिक स्टेट.. अब ये है उसका नया सरगना

नीचे खबर की वीडियो देखे :





अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारीअच्छी लगी हो तो हमारे चैनल को Subscribe कर हमारी छोटी सी Youtube फैमिली से ज़रूर जुड़े। नीचे दिए गए बटन को click कर हमारे चैनल को Subscribe करें.








स्वामी चिन्मयानंद मामले में बड़ी खबर है। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर आरोप लगाने वाली छात्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसआईटी ने सुबह करीब साढ़े आठ बजे छात्रा को उसके घर से गिरफ्तार किया। पिता ने गिरफ्तार करने की पुष्टि की है। छात्रा को मेडिकल के लिए ले जाया गया। उसके बाद छात्रा को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने छात्रा को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। छात्रा पर चिन्मयानंद से फिरौती मांगने का आरोप था। फिरौती का एक वीडियो सामने आया था, जिसके बाद छात्रा और उसके तीन साथियों पर पुलिस ने फिरौती मांगने का केस दर्ज किया था। 

ध्यान देने योग्य है की भले ही ताजा और नए दावे में अमेरिकी फ़ौज के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का दावा हो की उन्होंने इस्लामिक स्टेट के प्रमुख बगदादी को मार गिराया है लेकिन इस्लामिक स्टेट ने भी इस लड़ाई को आगे जारी रखने का एलान कर दिया है.. इस्लामिक स्टेट ने अपना नया मुखिया उस आतंकी को घोषित किया है जिसने इस से पहले सद्दाम हुसैन की खूनी और रक्तपिपासु सेना का बेहद ही निर्दयता के साथ नेतृत्व किया था .. इसके बाद ये माना जा रहा है की आतंकवाद से लड़ाई अभी लम्बी चलेगी..

अन्तराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आतंकी संगठन ISIS की कमान सद्दाम हुसैन की सैना के पूर्व अधिकारी अब्दुल्ला कार्दश को सौंपी गई है. इस से पहले अपनी आतंकी हरकतों के चलते कार्दश इराक की जेल में था जिसमे बगदादी भी बंद था. आखिरकार उसी जेल में ही दोनों के रिश्ते बन गये थे और धीरे धीरे वो बगदादी का विश्वास जीत कर ISIS का मुख्य नीति-निर्माता बन गया। कार्दश को प्रोफेसर के तौर पर जाना जाता है।माना जाता है कि कार्दश ने बगदादी की मौत से पहले ही कई सारी जिम्मेदारियों को निभाना शुरू कर दिया था। उसे बगदादी के हवाई हमले में घायल होने के बाद अगस्त में उत्तराधिकारी नियुक्त किया गया था। इस दौरान बगदादी डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित था। बीमारी की वजह से वह कामकाज में हिस्सा नहीं ले रहा था। वह केवल किसी योजना को लेकर हां या न बोला करता था।

इस खबर पर आपकी क्या राय है टिप्पणी कर जरूर बताएं