इसरो का साहस बने हौसला बढ़ाएं, यहां भेजिए अपना संदेश




इसरो का मिशन चंद्रयान-2 भले ही इतिहास नहीं बना सका लेकिन वैज्ञानिकों को देश सलाम कर रहा है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के वैज्ञानिक पिछले काफी लंबे समय से दिन-रात एक करके इस मिशन को सफल बनाने में जुटे थे, जो आंखे बड़ी उत्सुकता से स्क्रीन पर मिशन चंद्रयान-2 के हर कदम को परख रही थी, वो अचानक उस वक्त ठिठक गईं जब लैंडर विक्रम से इसरो का संपर्क टूट गया.

समाचार पढ़ने से पहले एक गुजारिस , हमारे फेसबुक पेज को  लाइक कर हमारे साथ जुड़े। 



देश वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ा रहा है, आप भी वैज्ञानिकों की हिम्मत बढ़ाने के गवाह बन सकते हैं. साथ ही आप वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं भी दे सकते हैंताकि देश की तरक्की के लिए दिन-रात एक करने वाले वैज्ञानिकों तक ये बात पहुंचे की देश का नागरिक इस ऐतिहासिक पल के दौरान उनके साथ हैं.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर देश के वैज्ञानिकों को सलाम किया और उनकी हौसला अफजाई की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद बेंगलुरु में इसरो के सेंटर में मौजूद रहे और वैज्ञानिकों की हिम्मत बढ़ाई.



(आप नीचे कमेंट बॉक्स में भी अपने शुभकामनाएं पोस्ट कर सकते हैं.)