भारत की संस्कृति बहुआयामी है. अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाते हुए 16 साल के प्रियव्रत ने इतिहास रचा है. अपने पिता के साथ प्रियव्रत ने वेदों और न्याय का अध्ययन करते हुए सभी व्याकरण ग्रंथों का अध्ययन किया. उन्होंने तेनाली परीक्षा (महापरीक्षा) के 14 स्तरों को सबसे कम समय में पास करने की सफलता हासिल की है.
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उनकी इस सफलता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी. पीएम मोदी ने कहा 'इस उपलब्धि के लिए प्रियव्रत को बधाई, उनकी उपलब्धि कई लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में काम करेगी.इससे पहले हरियाणा के रोहतक में विजय संकल्प रैली में पीएम नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान-2 की लैंडिंग से जुड़े वाकये को याद किया और कहा कि 7 सितंबर की रात के 100 सेकंड ने कामयाबी की परिभाषा बदल दी है.
हालांकि रोहतक में पीएम नरेंद्र मोदी बीजेपी के चुनावी अभियान की शुरुआत कर रहे थे, लेकिन ये रैली भी चंद्रयान की लैंडिंग की रोमांचक कहानी से अछूती नहीं रह सकी. पीएम मोदी ने इस रैली में इसरो स्पिरिट (ISRO Spirit) का जिक्र किया और कहा कि जैसे हम खेल भावना का जिक्र करते थे अब इसरो की भावना की चर्चा हुआ करेगी.